Tuesday, 3 December 2013

कटसरैया / पियाबासा ---

- इसे कोरांटी या काटा कोरांटी भी कहते है.
- यह अनेक रंगों में जैसे सफ़ेद , लाल , बैंगनी , पीला आदि में मिलता है.
- इसे गमले में लगाने पर भी यह बहुत सुन्दर लगता है. यह आपके घर की शोभा को तो बढ़ाएगा ही साथ ही स्वास्थ्य भी देगा.
- दांतों और मसुढ़ों के लिए इसके पत्तों के साथ उबाले पानी से गरारे करें.
- दांतों में किसी भी तरह की समस्या के लिए इसके पत्तों को खूब चबा चबा कर या तो निगल ले या बाहर निकाल दें. इससे हिलते हुए दांत भी मज़बूत हो जाते है, दर्द मिट जाता है.

- मुंह की दुर्गन्ध और कम या ज़्यादा लार की समस्या के लिए एक दो पत्तियां और अकरकरा का आधा फूल चबाएं इससे मुख शुद्धि हो जाती है.
- पीयाबासे का एक दो चम्मच रस और चुटकी भर सौंठ लेने से दस्त , खुनी दस्त भी रुक जाते है.
- खांसी विशेषकर सूखी खांसी में इसके पत्तों का क्वाथ लें. बच्चों को इसके पत्तों का २-३ चम्मच रस शहद के साथ पिला दें.
- सब कुछ सामान्य होने पर भी गर्भधारण ना हो पाने पर इसके १० ग्रा. पंचांग को गाय के दूध के साथ लेने से स्त्री पुरुष दोनों को लाभ होता है.

- इसके पत्तों का लेप सुजन , दर्द , दाद - खुजली आदि को दूर करता है.

No comments:

Post a Comment