Friday, 4 April 2014

AAJ WAQT KI BAAT HAI

वक़्त  को  गुजरते   वक़्त  नहीं  लगता  ,
आँखों  को  झपकने   का  गम  नहीं  लगता। 


आज  के  काम  में  तो  ध्यान  बहुत  है ,
उसे  COMPLETE  करने  का  अरमान  बहुत  है ;
पर  ये    CRICKET MATCH भी  न ,
आज  देख  लेते  हैं  कल   वक़्त  बहुत  है। 

वो   SIX और FOUR   का  ध्यान  ,
वो  NAVIGATION का  ज्ञान ;
आज खुल  के  COMMENTRY कर  लेते  है ,
कल  CALCULATION को  वक़्त  बहुत  है.। 


अचानक  से  PHONE  की  RING  होती  है  ,
pick  किया  तो  GIRL FRIEND  की माँ  कहती है ;
मेरी  DAUTER को  कल IPHONE  दिला देना ,
मैंने  सुना  है  तुमपे  पैसे  बहुत  है। 


बस थोड़ी देर की कहानी ही है जो कहनी थी ,
वर्ना इस कहानी को ख़त्म होने में वक़्त नहीं लगता।।